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 दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से कनेक्ट होंगे 3 हाइवे, इस दिन से शरू होगा 750 करोड़ का प्रोजेक्ट, हरियाणा वालों को मिलेगा लाभ 

तीन राजमार्गों को मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने की जीएमडीए की योजना पर मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद काम शुरू हो गया है। जी. एम. डी. ए. इस महीने 750 करोड़ रुपये की परियोजना के लिए अपनी व्यवहार्यता रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। इस दौरान एक रिपोर्ट भी दी जाएगी 
 
india super news, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे: अब तीन राजमार्गों को मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ने की जीएमडीए की योजना पर मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद काम शुरू हो गया है। जी. एम. डी. ए. इस महीने 750 करोड़ रुपये की परियोजना के लिए अपनी व्यवहार्यता रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा। इस दौरान एक रिपोर्ट भी दी जाएगी कि वाटिका चौक पर क्लोवरलीफ के निर्माण के लिए कितनी जमीन की आवश्यकता होगी। 
परियोजना की लागत का 80 प्रतिशत से अधिक हिस्सा भूमि अधिग्रहण पर खर्च किया जाएगा। दावा किया जा रहा है कि इसके लिए इस साल के अंत तक निविदाएं लगाई जाएंगी। निर्माण 2025 की शुरुआत में शुरू होने की उम्मीद है। इन तीन राजमार्गों के अलावा दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और द्वारका एक्सप्रेसवे को भी जोड़ा जाएगा।

 यह परियोजना शहर के लिए महत्वपूर्ण होगी। यह न केवल तीन राजमार्गों को जोड़ेगा बल्कि वाणिज्यिक वाहनों के लिए दिल्ली, फरीदाबाद, मेवात, मुंबई, गुजरात से भी सीधा संपर्क प्रदान करेगा। 
दिल्ली-जयपुर एनएच 48, गुरुग्राम-अलवर 248 और गुरुग्राम-मेहरौली 148ए को सीधे जोड़ा जाएगा। इन तीनों राजमार्गों को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस से भी सीधे जोड़ा जाएगा। इसके अलावा इसे एचएच 48 पर खैरकीडावला के पास द्वारका एक्सप्रेसवे पर भी जोड़ा जाएगा। इससे दिल्ली हवाई अड्डा, द्वारका, कुंडली, नरेला, बवाना, रोहिणी इस इंटरचेंज से सीधे जुड़ जाएंगे। इसके अलावा दिल्ली, गुड़गांव, राजस्थान, मेवात, गुजरात, हरियाणा, नारनौल और रेवाड़ी की मुख्य सड़कों, राष्ट्रीय राजमार्गों और राज्य राजमार्गों को इस परियोजना के माध्यम से जोड़ा जाएगा।
 एचएच48 से दिल्ली की ओर जाने वाले वाहन एसपीआर से इस चौक पर आकर खेरकिडोवला से महरौली जा सकेंगे। जयपुर की ओर आने वाले वाहन खैरकीडावला से सोहना, राजस्थान और मुंबई एक्सप्रेसवे के लिए आ सकेंगे। इसके लिए राजीव चौक जाने की जरूरत नहीं है।


मुख्य जंक्शन 8 सेक्टरों पर बनाया जाएगा, इस परियोजना के तहत, इंटरचेंज वाटिका चौक पर होगा। इसके अलावा आठ नए सेक्टरों को सीधे क्लोवरलीफ से जोड़ा जाएगा। इन क्षेत्रों में ही क्लेवर लीफ का एक जंक्शन होगा। इस परियोजना के तहत सेक्टर 69,70,71,72,74,74ए और 75,75ए में प्रमुख जंक्शन बनाए जाएंगे। मई 2022 में किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, 2031 में इन जंक्शनों की संख्या बढ़ानी होगी। यहां दस हजार से अधिक भारी वाहन बढ़ेंगे।

इसमें मुख्य कैरिजवे के 6 लेन और 6 लेन होंगे परियोजना के तहत सड़क के दोनों ओर यातायात के लिए तीन सर्विस लेन होंगे। तीन सर्विस लेन होंगी। सर्विस रोड के दोनों ओर तीन मीटर फुटपाथ का निर्माण किया जाएगा। सड़क के दोनों ओर दो मीटर का साइकिल ट्रैक है। परियोजना के तहत हरित क्षेत्रों का भी विकास किया जाएगा।

इस वर्ष एनएचएआई ने 13 मई, 2024 को इस परियोजना पर एनओसी दी है। इस परियोजना पर लगभग 750 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें से 620 करोड़ रुपये भूमि खरीद पर खर्च किए जाएंगे। इस पर करीब 130 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पिछले सप्ताह चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस परियोजना को मंजूरी दी गई थी। इसके लिए एनएचएआई के माध्यम से ईडीसी, डेवलपर्स, राज्य सरकार और केंद्र सरकार से धन प्राप्त किया जाएगा। अधिकांश धनराशि जी. एम. डी. ए. से आएगी।