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हरियाणा: अंबाला में हवाई अड्डे का शिलान्यास, CM, डिप्टी CM, गृह मंत्री रखेंगे शिलान्यास, अंबा देवी की हो सकता है नाम

 

नवरात्र के पहले दिन रविवार को हरियाणा के अंबाला में एयरपोर्ट का शिलान्यास होगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और गृहमंत्री अनिल विज इस महत्वाकांक्षी परियोजना की नींव रखेंगे। संभव है कि इसका नाम भी अंबा देवी एयरपोर्ट होगा। इस संबंध में गृहमंत्री अनिल विज की ओर से पहले ही प्रस्ताव भेजा जा चुका है, लेकिन इसका औपचारिक एलान बाकी है। शिलान्यास कार्यक्रम से पूर्व शनिवार को डीसी और एसपी ने तैयारियों का जायजा लिया। साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि आयोजन के दौरान आसपास के क्षेत्र में धारा-144 लागू रहेगी, ताकि इसमें किसी तरह का व्यवधान न हो

जानकारी के अनुसार, दोपहर साढ़े तीन बजे एयरपोर्ट परिसर में शिलान्यास कार्यक्रम शुरू होगा, जिसमें हजारों की संख्या में लोगों को निमंत्रण दिया गया है। इससे पहले शहजादपुर के राजकीय मॉडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल में साढ़े 12 बजे सीएम का जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा

एयरपोर्ट के शिलान्यास को लेकर लोगों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। अंबाला के एयरपोर्ट के शिलान्यास से पहले नागरिक उड्डयन विभाग के पास कुछ कंपनियों के प्रस्ताव भी आने शुरू हो गए हैं। शनिवार को उपायुक्त डॉ शालीन, एसपी जशनदीप सिंह रंधावा व एसपी सीआईडी लोकेंद्र सिंह ने अंबाला छावनी में कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को सुरक्षा, मंच व अन्य व्यवस्थाओं को लेकर निर्देश दिए। इसके साथ ही अधिकारियों ने शहजादपुर में भी कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया

उद्घाटन के बाद एयरपोर्ट के लिए यह कदम होंगे महत्वपूर्ण

1- निर्माण कार्य व टर्मिनल का एक्सटेंशन

नागरिक उड्डयन विभाग हरियाणा ने एयरपोर्ट पर निर्माण कार्य के लिए एचएसआरडीसी को काम जारी किया। इसके बाद एचएसआरडीसी पीडब्ल्यूडी की एक शाखा के माध्यम से निर्माण कार्य कराएगी। नौ महीने में विभाग को सड़कें और टर्मिनल के एक्सटेंशन के कार्य को पूरा करना है। इसके साथ ही गेट के निर्माण का कार्य भी पूरा किया जाएगा।

2- एयरफोर्स के स्टेशन की दीवार हटाना भी महत्वपूर्ण कदम

अंबाला के एयरपोर्ट का एयरफोर्स के रनवे से जोड़ने के लिए एयरफोर्स की दीवार हटाना भी महत्वपूर्ण कार्य होगा। यह दीवार इतनी सुरक्षित है कि यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता है। क्योंकि सुरक्षा के लिहाज से दीवार पर कई अत्याधुनिक संयंत्र स्थापित हैं। इसके साथ ही दीवार पर लगी फैंसिंग में काफी बड़ी मात्रा में करंट संचालित होता है। इसके लिए भारत हैवी इलेक्ट्रिकल लिमिटेड यानि भेल के विशेषज्ञों की मदद भी ली जा सकती है। यह काम वायु सेना के विशेषज्ञों की निगरानी में होगा

3- सिक्योरिटी क्लीयरेंस लेना

एयरपोर्ट पर निर्माण होने के बाद और रनवे से कनेक्टिविटी होने के बाद सिक्योरिटी क्लीयरेंस लेना एक बड़ी चुनौती रहेगी। इसके लिए भी केंद्रीय विमानन मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय व अन्य बड़ी एजेंसियों के माध्यम से एक टीम एयरपोर्ट स्थल का दौरा करने आएगी। वह एयरपोर्ट के गेट से लेकर और रनवे तक पर सुरक्षा मानकों को देखेगी। इसके बाद एक रिपोर्ट तैयार करेगी। इसके बाद सिक्योरिटी क्लीयरेंस मिल जाएगी। जिसके बाद जाकर उड़ान की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। इसके साथ ही एयरपोर्ट के गेट पर बाहर और भीतर दोनों तरफ सुरक्षा बलों की तैनाती रहेगी। जिसमें कुछ हरियाणा पुलिस से तो कुछ केंद्र सरकार की तरफ से मुहैया कराए जाते हैं

इन वजहों से तेजी से शुरू हो सकेगा

 एयरफोर्स स्टेशन का रनवे होने के कारण अंबाला एयरपोर्ट से उड़ान का काम तेजी से शुरू हाे सकेगा। क्योंकि इसमें न तो रनवे के लिए किसी प्रकार के लाइसेंस की आवश्यकता होगी और ना ही किसी टेस्ट की आवश्यकता हाेगा। अन्यथा नए रनवे की टेस्टिंग ही एक जटिल समस्या है, जिसे एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया करती है।

 इसके साथ ही रनवे के नाइट लाइटिंग भी पहले से मिलेगी।

 एयरपोर्ट के लिए लाइसेंस के पचड़े में नहीं पड़ना पड़ेगा, क्योंकि यह लाइसेंस पहले से ही मिला हुआ है।

 एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम पहले से ही लगा हुआ है तो एटीसी को लगाने की भी आवश्यकता नहीं है।