{"vars":{"id": "112470:4768"}}

आइए जाने इस साल , दीवापली,धनतेरस, भाई दूज, गोवर्धन की पूजा कब और किस टाइम होगी, पढे

 

आइए जाने इस साल , दीवापली,धनतेरस, भाई दूज, गोवर्धन की पूजा कब और किस टाइम होगी

2024 में दीपावली की डेट को लेकर लोग कंफ्यूज है दीपावली एक ऐसा त्यौहार है जिसको पूरे साल बेसब्री से इंतजार रहता है दीपावली पूरे 5 दिन का त्यौहार होता है जो की धनतेरस से लेकर भाई दूज तक मनाया जाता है लेकिन इस बार बड़ी दिवाली कब मनाई जाएगी इस को लेकर लोगों के बीच में कंफ्यूजन है हमारे हिंदू पंचांग के अनुसार दीपावली का त्योहार 31 अक्टूबर को सर्वसम्मत रूप से मनाया जाना चाहिए

कब है धनतेरस।
धनतेरस कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को मनाई जाती है 2024 में धनतेरस 29 अक्टूबर मंगलवार को मनाई जाएगी इस दिन सोने ,चांदी के आभूषण और नए बर्तन खरीदने की परंपरा रही है धनतेरस का त्योहार भगवान धन्वंतरि की जयंती के रूप में मनाया जाता है इस दिन धन के देवता कुबेर के साथ मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा की जाती है धनतेरस के शुभ अवसर पर घर में नई झाड़ू और धनिया लाने से मां लक्ष्मी प्रश्न होकर पूरे साल धन समृद्धि देती और कृपा बरसूती है इस दिन बहुत से लोग अपने घरों में रोजाना के प्रयोग की नई इलेक्ट्रॉनिक चीज भी लाते हैं

छोटी दीपावली कब है
धनतेरस के अगले दिन चतुर्दशी तिथि को छोटी दीपावली मनाई जाती है छोटी दीपावली 2024 में 30 अक्टूबर को मनाई जाएगी इस नरक चतुर्दशी भी करते हैं इस दिन पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी की जयंती भी मनाई जाती है  इस दिन दक्षिण दिशा में यम देवता के नाम का दीपक जलाया जाता है साथ ही इस दिन हनुमान जी को बूंदी के लड्डू का भोग लगाना और चोला चढ़ाना भी बहुत शुभ माना गया है

दीपावली कब है
इस साल बड़ी दीपावली 31 अक्टूबर दिन गुरुवार को मनाई जाएगी दीपावली का त्योहार सर्व संवत रूप से 31 अक्टूबर को मनाया जाना चाहिए दीपावली का त्योहार कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है प्रदोष काल के बाद दीपावली की पूजा की जाती है हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल से तिथि 31 अक्टूबर को दोपहर के 3:52 से शुरू होकर 1 नवंबर को शाम 6:16 तक रहेगी या नहीं 31 अक्टूबर की रात को अमावस्या तिथि विद्यमान रहेगी इसलिए 31 अक्टूबर की रात को ही दीपावली मनाना सही रहेगा 31 अक्टूबर की रात में लक्ष्मी पूजन काली पूजन और निश्चित कल की पूजा की जाएगी आधी रात की पूजा भी 31 अक्टूबर की रात को ही करना श्रेष्ठ माना गया है जबकि अमावस्या से जुड़े दान ,उनके कार्य और पित्र पुजा1 नवंबर के सुबह के वक्त करना सही रहेगा

भाई दूज
दीपावली के महोत्सव का आखिरी त्यौहार भाई दूज होता है कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की दृतिया तिथि को भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है इस साल भाई दूज 3 नवंबर को मनाया जाएगा  इस दिन यमराज जी की यमुना में अपने भाई को सबसे पहले तिलक किया तभी से हर साल इस मौके पर बहनें अपने भाइयों को टीका करती है और उनकी लंबी आयु की प्रार्थना करती है

गोवर्धन पूजा
दीपावली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाती है अन्नकूट त्यौहार के नाम से भी जाना जाता है गोवर्धन पूजा 2 नवंबर की जाएगी हमारी मान्यताओं के अनुसार द्वापर युग में भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी एक उंगली पर उठाकर सभी मथुरा वासियों को तेजधार वर्षा से रक्षा की थी तब से यह त्यौहार गोवर्धन पूजा के रूप में हर साल मनाया जाता है इस दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा की जाती है और अन्नकूट का भोग लगाया जाता है