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हरियाणा में खत्म होगी पटवारियों की हड़ताल: सरकार ने मानी मांगें; दो दौर की बातचीत के बाद फैसला, 3 जनवरी से हड़ताल पर

हरियाणा में पटवारियों की हड़ताल से अब तक 400 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हो चुका है.
 
INDIA SUPER NEWS 

हरियाणा में पटवारी-कानूनगो की हड़ताल आज खत्म हो जाएगी। सरकार की ओर से उनकी मांगे मान ली गई हैं। दो दौर की वार्ता के बाद सरकार की ओर से यह फैसला लिया गया है। सीएम मनोहर लाल की मंजूरी के बाद लेटर भी जारी कर दिया है। संभावना है कि रोहतक से इसका पटवारी और कानूनगो अपनी हड़ताल समाप्ति का ऐलान कर दें। पटवारी व कानूनगो अपनी मांगों को लेकर तीन जनवरी से हड़ताल पर बैठे हैं। पटवारी ग्रेड-पे विसंगति और एश्योर करियर प्रमोशन (ACP) को लेकर मांग रहे हैं

Haryana Patwari Kanungo : हरियाणा में पटवारी-कानूगो की हड़ताल आज खत्म हो जाएगी। सरकार की ओर से उनकी मांगे मान ली गई हैं। दो दौर की वार्ता के बाद सरकार की ओर से यह फैसला लिया गया है। सीएम मनोहर लाल की मंजूरी के बाद लेटर भी जारी कर दिया है। संभावना है कि रोहतक से इसका पटवारी और कानूनगो अपनी हड़ताल समाप्ति का ऐलान कर दें                 


पटवारी व कानूनगो अपनी मांगों को लेकर तीन जनवरी से हड़ताल पर बैठे हैं। पटवारी ग्रेड-पे विसंगति और एश्योर करियर प्रमोशन (ACP) को लेकर मांग रहे हैं। हरियाणा में पटवारियों की हड़ताल के कारण फरद देने और रजिस्ट्री से संबंधित करीब 75 काम अधर में लटके हुए हैं। हरियाणा में पटवारी-कानूनगो की हड़ताल को खत्म कराने के लिए सरकार की ओर से दो बार वार्ता की गई                     


पहली मीटिंग 12 दिन पहले वित्त विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी के साथ चंडीगढ़ में हुई थी। यह मीटिंग बेनतीजा रही थी। इसके बाद दूसरी मीटिंग फाइनेंशियल कमिश्नर रेवेन्यू (FCR) के साथ वर्चुअल रूप में की गई थी, इसमें मांगों को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया था। इसके बाद पटवारियों ने अपनी हड़ताल को जारी रखने का फैसला किया था।

राज्य में पटवारियों और कानूनगो ने एसोसिएशन की आह्वान पर तहसीलों में धरने - प्रदर्शन जारी रखे हुए हैं
हड़ताल के कारण लोगों को तहसीलों में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जमीन की रजिस्ट्री और ट्रांसफर सहित पटवारी और कानूनगो के अंतर्गत आने वाले 75 तरह के काम नहीं हो रहे हैं। नए साल की शुरुआत से ही यह सभी काम पूरी तरह ठप पड़े हुए हैं। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि पटवारियों की हड़ताल के चलते अब तक करीब 400 करोड़ रुपए का घाटा हो चुका है।