बिहार में सफर को सुहाना बनाएगा 282 KM का शानदार एक्सप्रेसवे! इन जिलों के किसानों पर बरसेगा पैसा, देखें पूरा रूट मेप
Bihar New Expressway : बिहार में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट पर काम तेजी से चल रहा है। यह प्रोजेक्ट है पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, जो बिहार की राजधानी पटना से लेकर पूर्णिया तक यात्रा को तेज और सुरक्षित बनाएगा। एक्सप्रेसवे के निर्माण से न सिर्फ इन दोनों प्रमुख शहरों के बीच दूरी कम होगी, बल्कि राज्य के कई अन्य जिलों को भी बेहतर संपर्क मिलेगा।
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे
पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बिहार की एक महत्वपूर्ण परियोजना है, जिसे भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचआई) के अधीन बनाया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे के बनने से पटना, पूर्णिया के अलावा हाजीपुर, छपरा, सहरसा, और दरभंगा जैसे जिलों में आवागमन में आसानी होगी। इस परियोजना का उद्देश्य इन जिलों को सीधे पटना और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) से जोड़ना है, जिससे व्यापार, पर्यटन और सामाजिक संपर्क में वृद्धि होगी।
नए अलाइनमेंट में बदलाव
इस परियोजना में हाल ही में अलाइनमेंट में बदलाव किया गया है, जिसके कारण इसकी लंबाई 32 किलोमीटर बढ़ गई है। पहले इस एक्सप्रेसवे की लंबाई लगभग 250 किलोमीटर थी, जो अब बढ़कर 282 किलोमीटर हो गई है। यह बदलाव एक्सप्रेसवे के मार्ग को और भी बेहतर और कुशल बनाने के लिए किया गया है। नए अलाइनमेंट के तहत कुछ गांवों से गुजरने के बजाय, इसे दूसरे रास्तों से जोड़ा गया है, जिससे यातायात के लिए और अधिक सुगमता होगी।
एक्सप्रेसवे पर बनने वाले प्रमुख ढांचे
पटना-पूर्णिया ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे पर कई प्रमुख ढांचे बनेंगे, जिनमें 17 बड़े पुल, 11 रेलवे ओवरब्रिज और कई छोटे पुल-पुलिया शामिल हैं। ये ढांचे एक्सप्रेसवे के सुगम संचालन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन पुलों और ओवरब्रिजों से यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार की रुकावट को कम किया जाएगा और यातायात की गति बढ़ाई जाएगी।
बिहार के जिलों को मिलेगा फायदा
पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि यह प्रमुख शहरों के साथ-साथ बिहार के हाजीपुर, छपरा, सहरसा, दरभंगा जैसे जिलों को भी जोड़ने का काम करेगा। हाजीपुर और छपरा के लोग अब पटना और दिल्ली तक जल्दी पहुंच सकेंगे।दरभंगा और सहरसा जैसे जिलों के व्यापारियों को भी लाभ मिलेगा। यह एक्सप्रेसवे न केवल यातायात को सुगम बनाएगा, बल्कि बिहार के दूरदराज के इलाकों में भी आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा।
निर्माण कार्य की प्रगति
इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 2024 के नए साल में शुरू होने की संभावना है। फिलहाल, इस परियोजना की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की जा रही है, और इसके बाद ही निर्माण कार्य के लिए टेंडर जारी किया जाएगा। इसकी मंजूरी जल्द ही मिलने की संभावना है, और एक बार निर्माण कार्य शुरू होने के बाद इस प्रोजेक्ट को समय सीमा के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा जाएगा।
भूमि अधिग्रहण पर स्थिति
बिहार सरकार ने भूमि अधिग्रहण के लिए कदम उठाना शुरू कर दिया है, लेकिन अभी तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि किस-किस गांव की जमीन इस प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहित की जाएगी। भूमि अधिग्रहण के लिए एक उचित प्रक्रिया अपनाई जाएगी, ताकि स्थानीय निवासियों को उचित मुआवजा और सुविधा मिल सके।