{"vars":{"id": "112470:4768"}}

Greater Noida Expressway पर वाहन की गति पर लगा ब्रेक!  ट्रैफिक पुलिस ने नई स्पीड लिमिट की निर्धारित, जानें...

ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसों को कम करने और यात्री सुरक्षा को बढ़ाने के लिए दिसंबर महीने से स्पीड लिमिट में बदलाव किया जाएगा। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कोहरे के कारण होने वाले हादसों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। इसके साथ ही, एमपी टू स्थित एलिवेटेड रोड पर भी फरवरी के मध्य तक यह नई स्पीड लिमिट लागू रहेगी।
 

Greater Noida Expressway : ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसों को कम करने और यात्री सुरक्षा को बढ़ाने के लिए दिसंबर महीने से स्पीड लिमिट में बदलाव किया जाएगा। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कोहरे के कारण होने वाले हादसों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है। इसके साथ ही, एमपी टू स्थित एलिवेटेड रोड पर भी फरवरी के मध्य तक यह नई स्पीड लिमिट लागू रहेगी।

ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर गति सीमा में कमी की योजना का उद्देश्य सड़क दुर्घटनाओं को रोकना और यात्रा को सुरक्षित बनाना है। आइए जानते हैं कि इस बदलाव से कौन सी नई स्पीड लिमिट लागू की जाएगी

एक्सप्रेसवे और मास्टर प्लान रोड पर गति सीमा की जानकारी देने के लिए बोर्ड लगाए जाएंगे।कोहरे के प्रभाव को कम करने के लिए ब्लिंकर और रिफ्लेक्टर लगाए जाएंगे, ताकि वाहनों को रास्ते पर चलने में मदद मिले।ट्रैफिक पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए अतिरिक्त कदम उठाए हैं, जैसे कि सड़क पर रिफ्लेक्टिव मार्कर्स और चेतावनी सिग्नल्स लगाना।

पिछले कुछ वर्षों में ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर कई गंभीर सड़क हादसे हो चुके हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम हो जाती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इस बढ़ती समस्या को हल करने के लिए स्पीड लिमिट कम करने का निर्णय लिया गया है।

कम गति से वाहन चलाने से दुर्घटनाओं के होने की संभावना घटेगी, खासकर कोहरे के मौसम में।कम गति से वाहन चलाने से ड्राइवरों को बेहतर नियंत्रण मिलेगा, जिससे सड़क पर दुर्घटनाओं का खतरा कम होगा। यह कदम सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाएगा और लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित करेगा।

इस नए निर्णय के बाद, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर सड़क हादसों में कमी की संभावना है। पुलिस विभाग और नोएडा प्राधिकरण ने सड़क सुरक्षा बढ़ाने के लिए इस कदम को अत्यंत महत्वपूर्ण माना है। भविष्य में भी इस तरह के सुरक्षा उपायों को और सख्त किया जा सकता है ताकि यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित हो सके।