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1 नवम्बर 2024 को 58 साल का हुआ हरियाणा, अपने नाम किये ऐसे रिकॉर्ड की दुनियां में बजा डंका
 

12 जून, 1966 का वह दिन भुलाए नहीं भूलता, जब आकाशवाणी पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने हरियाणा गठन की घोषणा की। उस समय कई राज्यों को ऐसा लग रहा था की हरियाणा अपना अस्तित्व शाबित नहीं कर पाएगा।
 

Haryana News: मैं हरियाणा हूं... दूध दही का मेरा खांना है।  आज 1 नवम्बर 2024 को पूरे 58 बरस का हो गया है। एक नवंबर 1966 को पंजाब से अलग हुआ तो उस समय बंजर भूमि...न सिंचाई के लिए पानी और न रोजगार के ज्यादा अवसर था...सिर्फ जज्बा और जुझारूपन लेकर आज दुनिया में अपनी क़ाबलियत का डंका बजा रहा है। वैसे तो आज हरियाणा का हर फिल्ड में योगदान है लेकिन यह संघर्ष इतना आसान नहीं था। 
खुद को तपाकर बंजर भूमि को भी सोना बना दिया है। आज न केवल प्रगति में पंजाब से काफी आगे निकल गया है, बल्कि छोटे राज्यों के गठन पर सवाल उठाने वाले अधिकतर बड़े राज्यों को भी पछाड़ देश के उन ख़ास चीजों में नाम कमा रहा है जो की एक बड़ा राज्य भी करने में विफल रहा। 

आज हरियाणा का इतिहास 
बता दे की गेहूं और चावल से देशवासियों का पेट भरने में मेरी भूमिका से लेकर सेना में हर दसवां जवान हरियाणा का है। प्रति व्यक्ति आय में दिल्ली, तेलंगाना और कर्नाटक के बाद चौथे नंबर पर है। खेलों में भी बेजोड़। 12 जून, 1966 का वह दिन भुलाए नहीं भूलता, जब आकाशवाणी पर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने हरियाणा गठन की घोषणा की। उस समय कई राज्यों को ऐसा लग रहा था की हरियाणा अपना अस्तित्व शाबित नहीं कर पाएगा, लेकिन समय के साथ अपने काठी परिश्रम से लोहा मनवाकर आज हरियाणा खेल जावन अनाज से लेकर उस अहम चीजों में भरमुर मात्रा में अपना योगदान दे रहा है जो उसे देश के अन्य राज्यों में सबसे अव्वल बनाता है। 

बेहतर सड़क अवसंरचना के साथ, राज्य के हर जिले को राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा गया है। राष्ट्रीय राजमार्ग 34 शहर से होकर गुजरता है। इसी तरह, राज्य राजमार्गों और जिला सड़कों का एक नेटवर्क बिछाया गया है। कुंडली-मानेसर-पलवल (केएमपी) और कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (केजीपी) एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय राजधानी के आसपास यातायात की सुविधा प्रदान करते हैं।

अंबाला-कोटपुतली ग्रीन फील्ड कॉरिडोर (152-डी) ने दक्षिण हरियाणा से चंडीगढ़ की दूरी कम कर दी है, जबकि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे ने राजस्थान-गुजरात की ओर यात्रा को आसान बना दिया है।

भारतमाला परियोजना के तहत बनने वाला दिल्ली-कटरा-अमृतसर एक्सप्रेसवे हरियाणा के झज्जर से शुरू होगा और रोहतक, सोनीपत, करनाल, जींद जिलों से होकर कैथल जिले में पंजाब सीमा पर समाप्त होगा। इससे छह जिलों के लोगों को सीधा लाभ होगा।

इतना ही नहीं, हरियाणा से अन्य शहरों के लिए उड़ानें जल्द ही शुरू होंगी। हिसार में महाराजा अग्रसेन के नाम पर बने राज्य के पहले हवाई अड्डे का तेजी से विकास किया जा रहा है। इसी तरह अंबाला हवाई अड्डे का निर्माण कार्य भी जल्द ही पूरा हो जाएगा।

रोहतक में देश की पहली एलिवेटेड रेलवे लाइन का निर्माण पूरा हो गया है, जबकि कुरुक्षेत्र में एलिवेटेड रेलवे लाइन पर काम चल रहा है। 50 रेलवे ओवरहेड और भूमिगत पुलों पर काम चल रहा है।

दिल्ली से गुरुग्राम और बहादुरगढ़ के बाद अब वाईएमसीए चौक से बल्लभगढ़, बहादुरगढ़-मुंडका (दिल्ली), बदरपुर-मुजेसर (वाईएमसीए चौक) और सिकंदरपुर स्टेशन से सेक्टर-56 तक मेट्रो रेल सेवा शुरू हो गई है।

हरियाणा डिजिटल हरियाणा में अग्रणी राज्यों में से एक है, चाहे वह बेहतर बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास के मामले में हो, या लोक कल्याण से संबंधित योजनाओं के मामले में हो, या खेल और शिक्षा के क्षेत्र में हो।

विशेष रूप से डिजिटल हरियाणा में, जिस तरह से प्रौद्योगिकी के उपयोग से सरकारी प्रणाली में लगातार सुधार किया जा रहा है और योजनाओं का लाभ अंत्योदय तक पहुंचना सुनिश्चित किया गया है, यह सराहनीय है।