नया एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाएगा फरीदाबाद से गुरुग्राम के सफर को आसान, वाहन चालकों का बच जाएगा इतना समय
Elevated Flyover: हरियाणा के राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया गया है। फरीदाबाद जिले की बड़खल विधानसभा क्षेत्र में एक घुमावदार एलिवेटेड फ्लाईओवर (Elevated Flyover) का निर्माण किया जाएगा। यह परियोजना फरीदाबाद मेट्रो डिवलेपमेंट ऑथोरिटी (FMDA) के नेतृत्व में शुरू की जा रही है और इसके निर्माण से स्थानीय लोगों को रोजाना की ट्रैफिक जाम से राहत मिलने की संभावना है।
एलिवेटेड फ्लाईओवर के निर्माण की आवश्यकता
फरीदाबाद में ट्रैफिक जाम एक बहुत ही आम समस्या बन चुकी है, खासकर उस मार्ग पर जो मेट्रो मोड से मस्जिद चौक तक जाता है। यह मार्ग NIT तीन नंबर और दो नंबर चौक से गुजरता है, जहां से रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं। इन इलाकों में घनी आबादी और व्यापारिक गतिविधियों के चलते, ट्रैफिक दबाव बढ़ जाता है और जाम की समस्या उत्पन्न होती है। बाजार के इलाकों और प्रमुख चौकों के पास यह समस्या और भी जटिल हो जाती है, जिससे वाहन चालकों और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासकर ESI चौक, NIT 2 और 3 नंबर चौक जैसे प्रमुख स्थानों पर भीषण जाम की स्थिति बनती है।
एलिवेटेड फ्लाईओवर की डिजाइन और योजना
इस समस्या से निजात दिलाने के लिए स्थानीय विधायक धनेश अदलखा ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को एक प्रस्ताव भेजा था, जिसमें एलिवेटेड फ्लाईओवर के निर्माण की मांग की गई थी। एलिवेटेड फ्लाईओवर की डिजाइन घुमावदार (curved) होगी और यह मेट्रो मोड से शुरू होकर, NIT तीन नंबर पुलिया तक जाएगी। योजना के अनुसार, फ्लाईओवर मेट्रो गार्डन के पास बने मॉल से शुरू होगा और ईएसआईसी चौक होते हुए अवंतीबाई गोल चक्कर तक जाएगा। इसके बाद, फ्लाईओवर को राइट साइड मोड़कर NIT 2-3 नंबर चौक से होकर NIT तीन नंबर पुलिया तक ले जाया जाएगा, जिससे गुरुग्राम जाने वाले यात्री मस्जिद चौक होते हुए सैनिक कॉलोनी पहुंच सकेंगे।
परियोजना की लागत और DPR
फरीदाबाद मेट्रो डिवलेपमेंट ऑथोरिटी (FMDA) ने इस परियोजना के लिए एक फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की है, जिसमें इस एलिवेटेड फ्लाईओवर की कुल लागत 200 करोड़ रुपए के आस-पास आंकी गई थी। हालांकि, FMDA अधिकारियों का मानना है कि इस परियोजना की लागत में कुछ कमी की जा सकती है। इसलिए, इस रिपोर्ट को फिर से रिव्यू किया जा रहा है और अंतिम डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा रही है।