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आपके बच्चों को सरकार हर महीने देगी 4000 रुपए, जानें इसके लिए कौन-कौन हैं पात्र, और कैसा मिलेगा योजना का लाभ

उत्तर प्रदेश सरकार ने बच्चों के लिए विशेष आर्थिक मदद देने के लिए स्पांसरशिप योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है जिनके माता-पिता गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं या HIV जैसी लाइलाज बीमारी से ग्रसित हैं। इसके तहत पात्र बच्चों को हर महीने 4000 रुपए की धनराशि दी जाती है, ताकि वे शिक्षा और पोषण में कमी का सामना न करें।
 

UP Scheme: उत्तर प्रदेश सरकार ने बच्चों के लिए विशेष आर्थिक मदद देने के लिए स्पांसरशिप योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उन बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है जिनके माता-पिता गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं या HIV जैसी लाइलाज बीमारी से ग्रसित हैं। इसके तहत पात्र बच्चों को हर महीने 4000 रुपए की धनराशि दी जाती है, ताकि वे शिक्षा और पोषण में कमी का सामना न करें।

स्पांसरशिप योजना के पात्रता मानदंड

जिन बच्चों के माता-पिता गंभीर लाइलाज बीमारियों से ग्रसित हैं।
जिनके माता-पिता HIV से पीड़ित हैं या वे स्वयं HIV पॉजिटिव हैं।
जिन बच्चों के माता-पिता आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग से आते हैं।

योजना का उद्देश्य और लाभ

यूपी सरकार की यह योजना बच्चों के शिक्षा और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उद्देश्य से चलाई जा रही है। इसमें बच्चों को हर महीने 4000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जाती है, जिससे उनकी शिक्षा और पोषण के क्षेत्र में मदद मिल सके। यह योजना मिशन वात्सल्य के अंतर्गत संचालित है और अब तक प्रदेश के विभिन्न जिलों में कई बच्चों को इसका लाभ मिल चुका है।

आवेदन प्रक्रिया

योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक को अपने जिले के प्रोबेशन कार्यालय में जाना होगा। माता-पिता की बीमारी या HIV स्थिति का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना आवश्यक है। योजना के लिए आवेदन पत्र भरकर आवश्यक दस्तावेज जमा करें।आवेदन की जांच के बाद पात्र बच्चों को सहायता राशि स्वीकृत की जाएगी।

योजना के तहत बच्चों को मिलने वाली राशि सीधे उनके बैंक खाते में हस्तांतरित की जाती है। यह योजना प्रदेश के विभिन्न जिलों में उपलब्ध है, जिसमें मथुरा जिले के 18 बच्चे वर्तमान में लाभान्वित हो रहे हैं। योजना का उद्देश्य बच्चों के शिक्षा और स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है ताकि वे अपनी पढ़ाई और पोषण में किसी प्रकार की कमी महसूस न करें।