{"vars":{"id": "112470:4768"}}

बिहार की महिलाओं का नया तरीका! बाल्टी में कर रहीं मशरूम की खेती, 7 दिन में तैयार, जानें 

बिहार के गया जिले की बांकेबाजार की महिलाएं देसी तकनीक अपनाते हुए प्लास्टिक बाल्टी में मशरूम उगाकर न सिर्फ बेहतर उत्पादन कर रही हैं, बल्कि पर्यावरण की रक्षा भी कर रही हैं। यह तकनीक उन किसानों और महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है जो कम जगह में अच्छा उत्पादन चाहते हैं। आइए, जानते हैं इस अनोखी विधि और इसके लाभों के बारे में।
 

Bihar News: बिहार के गया जिले की बांकेबाजार की महिलाएं देसी तकनीक अपनाते हुए प्लास्टिक बाल्टी में मशरूम उगाकर न सिर्फ बेहतर उत्पादन कर रही हैं, बल्कि पर्यावरण की रक्षा भी कर रही हैं। यह तकनीक उन किसानों और महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है जो कम जगह में अच्छा उत्पादन चाहते हैं। आइए, जानते हैं इस अनोखी विधि और इसके लाभों के बारे में।

प्लास्टिक बाल्टी में मशरूम उगाना आसान और किफायती है।  सबसे पहले, प्लास्टिक की बाल्टी में पांच किलो गर्म पानी डालें और इसमें भूसे को उपचारित करें। उपचारित भूसे में मशरूम के बीज (स्पॉन) छिड़कें और अच्छे से मिलाएं। बाल्टी को ढककर कुछ दिनों के लिए छोड़ दें। सात से दस दिनों में मशरूम तैयार हो जाएगा।जब मशरूम पूरी तरह से तैयार हो जाए, तो इसे तोड़कर निकालें और बाल्टी में पुनः भूसा भर दें।

गर्म पानी से उपचारित भूसे में उगाए गए मशरूम जैविक होते हैं, जो सेहत के लिए लाभकारी होते हैं। बार-बार पॉलीथिन के स्थान पर प्लास्टिक बाल्टी का उपयोग पर्यावरण के लिए अनुकूल है। माईसीलियम युक्त होने के कारण, इस विधि से सात से दस दिनों में ही मशरूम का उत्पादन हो जाता है। महिलाएं इस तकनीक से अतिरिक्त आय प्राप्त कर रही हैं, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति में सुधार हो रहा है।