Movie prime

किसानों के लिए मसीहा बनी सरकार, बरसात से धान बर्बादी का 25000 रुपये प्रति हेक्टेयर देगी मुआवजा, देखें लाभ कब तक मिलेगा

केंद्र सरकार ने फसल बर्बादी की स्थिति को देखते हुए 3,448 करोड़ रुपये की राहत राशि की घोषणा की है। यह राशि आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना के बाढ़ पीड़ित किसानों को दी जाएगी।

 
damage paddy crop,damage crop compensation,farmers compensation for crop damage,rain Damage crops in Andhra Pradesh,how much compensation for damage crops,धान की फसल को नुकसान,फसल क्षति मुआवजा,फसल क्षति के लिए किसानों को मुआवजा,आंध्र प्रदेश में बारिश से फसलों को नुकसान,क्षतिग्रस्त फसलों के लिए कितना मुआवजा

Farmer News: हाल ही में भारी बारिश और बाढ़ के चलते कई राज्यों में किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं। आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना में किसानों को हुए इस भारी नुकसान के बाद सरकार ने 17 सितंबर से पहले मुआवजा देने के निर्देश जारी किए हैं। केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर प्रभावित किसानों को राहत देने का प्रयास कर रही हैं।

आंध्र प्रदेश के किसानों के लिए मुआवजा योजना

मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने घोषणा की है कि धान किसानों को 25,000 रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा दिया जाएगा। बाढ़ से बर्बाद फसलों का आकलन किया जा रहा है, ताकि सही समय पर किसानों को सहायता मिल सके।

महाराष्ट्र और तेलंगाना में भी राहत की तैयारी

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी किसानों को भरोसा दिलाया है कि उनका नुकसान जल्द ही भरपाई किया जाएगा। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में 12 लाख हेक्टेयर से अधिक फसल बर्बाद हो गई है। तेलंगाना में भी फसलों को भारी नुकसान हुआ है, जिसके लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने राहत देने की योजना बनाई है।

केंद्र सरकार की राहत राशि

केंद्र सरकार ने फसल बर्बादी की स्थिति को देखते हुए 3,448 करोड़ रुपये की राहत राशि की घोषणा की है। यह राशि आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना के बाढ़ पीड़ित किसानों को दी जाएगी।

मुआवजा प्रक्रिया 

मुख्यमंत्री नायडू ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करते हुए किसानों को आश्वासन दिया कि मुआवजा प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और जवाबदेही से होगी। उन्होंने कहा कि सभी किसानों के खातों में सीधे इनपुट सब्सिडी जमा की जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि कोई भी किसान सहायता से वंचित न रहे।