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हरियाणा में फैमिली आईडी पोर्टल से छेड़छाड़, तीन सरकारी कर्मचारियों को किया गया गिरफ्तार, जिसने की शिकायत वही निकला मास्टमाइंड

हरियाणा के झज्जर जिले में सरकारी पोर्टल पर फैमिली आईडी (Family ID) के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। यह मामला तब उजागर हुआ जब एडीसी विभाग के क्रीट (CRET) विभाग के तीन कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इन कर्मचारियों ने सरकारी पोर्टल से छेड़छाड़ कर इसे अपने निजी स्वार्थ के लिए उपयोग किया था। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस पूरे घटनाक्रम में आरोपी कोई और नहीं, बल्कि वही कर्मचारी योगेश था, जिसने पहले शिकायत की थी।
 
हरियाणा में फैमिली आईडी पोर्टल से छेड़छाड़, तीन सरकारी कर्मचारियों को किया गया गिरफ्तार, जिसने की शिकायत वही निकला मास्टमाइंड

Family ID News: हरियाणा के झज्जर जिले में सरकारी पोर्टल पर फैमिली आईडी (Family ID) के साथ छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। यह मामला तब उजागर हुआ जब एडीसी विभाग के क्रीट (CRET) विभाग के तीन कर्मचारियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इन कर्मचारियों ने सरकारी पोर्टल से छेड़छाड़ कर इसे अपने निजी स्वार्थ के लिए उपयोग किया था। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस पूरे घटनाक्रम में आरोपी कोई और नहीं, बल्कि वही कर्मचारी योगेश था, जिसने पहले शिकायत की थी।

11 नवम्बर को विभाग के कार्यालय हैड योगेश ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि सरकारी फैमिली आईडी पोर्टल पर कुछ लोग छेड़छाड़ कर रहे हैं और इसका दुरुपयोग कर रहे हैं। यह शिकायत प्राप्त होते ही पुलिस ने मामले की गहन छानबीन शुरू की। जांच में पुलिस ने साइबर सैल (Cyber Cell) की मदद ली और मामले के तकनीकी पहलुओं को खंगाला। जांच के दौरान यह पता चला कि योगेश खुद इस घोटाले में शामिल था।

पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि योगेश के साथ विभाग के जोनल हैड अमित कुमार और ऑपरेटर विकास भी इस मामले में शामिल थे। पुलिस ने इन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से पांच मोबाइल फोन बरामद किए। गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने तीनों आरोपियों को अदालत में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है, ताकि वे इस मामले में और अधिक जानकारी हासिल कर सकें।

आरोपियों ने सरकारी पोर्टल पर फैमिली आईडी से संबंधित जानकारी को हैक करके उसे अपने निजी लाभ के लिए इस्तेमाल किया। यह पोर्टल आम जनता के लिए एक महत्वपूर्ण साधन है, जिसके माध्यम से नागरिक अपनी परिवार से जुड़ी जानकारी अपडेट कर सकते हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं। लेकिन इन आरोपियों ने इसे अपने स्वार्थ के लिए इस्तेमाल कर सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग किया।

साइबर सैल द्वारा की गई गहन जांच के बाद, पुलिस ने इस मामले को उजागर किया और आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इस मामले को प्राथमिकता देते हुए आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और उनके पास से बरामद किए गए मोबाइल फोन की जांच की जा रही है।