क्यों हमेशा से निवेशकों की पहली पसंद रही Fixed Deposit? ये हैं इसके 5 कारण
Bank News: आजकल के निवेश विकल्पों में भले ही विविधता हो, लेकिन फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) अब भी भारतीय निवेशकों के बीच एक प्रमुख और सुरक्षित विकल्प बना हुआ है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के अनुसार, टर्म डिपॉजिट्स में निवेश करने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित
फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करते समय आपको बाजार के उतार-चढ़ाव की चिंता करने की आवश्यकता नहीं होती है। जब आप FD में निवेश करते हैं, तो आपका पैसा सुरक्षित रहता है और इसमें नुकसान का कोई खतरा नहीं होता।
निश्चित ब्याज दरें और ब्याज में वृद्धि
फिक्स्ड डिपॉजिट की सबसे बड़ी खासियत है कि जब आप इसे खोलते हैं तो आपको जो ब्याज दर मिलती है, वह मैच्योरिटी तक स्थिर रहती है। आप पहले से ही जानते हैं कि मैच्योरिटी के समय आपको कितना रिटर्न मिलेगा।
सामान्य तौर पर, ब्याज दरों में बुजुर्ग निवेशकों को 0.5% से 1% अधिक ब्याज दिया जाता है। यह एक बहुत ही आकर्षक कारण है कि बुजुर्ग लोग एफडी में निवेश करना पसंद करते हैं। कोई भी व्यक्ति आसानी से अपनी आवश्यकता के अनुसार एफडी की राशि और अवधि तय कर सकता है।
लचीलाप
फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश करने पर आपको अपनी जरूरत और सुविधा के अनुसार अवधि चुनने का लचीलापन मिलता है। एफडी की अवधि 7 दिन से लेकर 10 साल तक हो सकती है, जो आपके निवेश लक्ष्य और भविष्य की जरूरतों के हिसाब से उपयुक्त हो। आप केवल ₹1000 से भी एफडी शुरू कर सकते हैं। आपके पास लंबी या छोटी अवधि दोनों के विकल्प होते हैं।
प्रीमैच्योर विड्रॉल का विकल्प
हालांकि एफडी पर आमतौर पर लॉक-इन पीरियड होता है, लेकिन अगर अचानक से किसी इमरजेंसी की स्थिति में आपको पैसे की आवश्यकता होती है तो आप प्रीमैच्योर विड्रॉल भी कर सकते हैं। कुछ बैंकों में प्रीमैच्योर विड्रॉल पर एक फीस लग सकती है, जो आमतौर पर 1% तक हो सकती है। यह सुविधा आपको वित्तीय आपातकालीन स्थिति में तुरंत पैसों की उपलब्धता देती है।'
एफडी पर लोन का ऑप्शन
फिक्स्ड डिपॉजिट के आधार पर आप आसानी से लोन प्राप्त कर सकते हैं, यदि आपको तात्कालिक धन की आवश्यकता हो। आपकी एफडी पर लोन की राशि 90% तक हो सकती है। लोन की ब्याज दर आमतौर पर आपकी एफडी की ब्याज दर से 1% अधिक होती है, लेकिन यह एक लचीला और आसान तरीका है पैसे प्राप्त करने का।