हरियाणा में किसानों को अब घर बैठे मिलेगी खरीब की फसलों के लिए ये सुविधा, बस करना होगा यह काम, Meri Fasal-Mera Byora Portal
India Super News, Haryana Meri Fasal-Mera Byora Portal: हरियाणा में किसानों के लिए ख़ुशख़बरी आ रही है। बता दे की अगर आप पी.आर. धान, कपास या बाजरे की फसल को सरकार को बेचना चाहते हो और आपने इसके लिए मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर फसल पंजीकरण करवाया हुआ है तो आप घर बैठे ही मंडी का गेट पास कटवा सकते हैं। बता दे की इस सुविधा के बाद किसानों को अब जगह जगह चक्कर नहीं काटने पड़ेंगें। अधिक जानकारी के लिए बता दे की मार्कीट कमेटी की तरफ से किसानों की सुविधा के लिए एप लांच किया गया है, जिसके माध्यम से किसान अपनी मर्जी के हिसाब से अपना गेट पास ऑनलाइन तरीके से ही कटवा सकते हैं।
किसान अपनी इच्छा से चुनेंगें मंडी
बता दे की ऑनलाइन तरीके से गेट पास कटवाने के किसान अपनी इच्छानुसार मंडी में पहुंच सकता है।बता दे की इसके लिए किसान को ओनली मंडी में गेट कीपर को सिर्फ किसान का क्यू.आर. कोड ही स्कैन करना होगा। उसके बाद किसान मंडी में किसी भी आढ़ती के पास पहुंचकर अपनी फसल को सरकारी रेट पर बेच सकता है। यह पूरी प्रक्रिया पेपरलैस है। जिसका किसानों का बड़ा फायदा पहुंचने वाला है। मुख्य बात यह है अब किसान को अपनी फसल बेचने के लिए फालतू के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगें।
हरियाणा के कई जिलों में सरकारी खरीद भी शुरू हो गई है। बड़ी मात्रा में अनाज की आवक भी हो रही है,ऐसे में पंजीकृत किसानों को राहत देने के लिए एप लांच किया गया है, जिसके माध्यम से किसान अपना गेट पास अपनी मर्जी से ऑनलाइन तरीके से ही बुक कर सकते हैं।
पी.आर. धान अब भी नहीं पहुंचा मंडी में
सोनीपत अनाज मंडी में शुक्रवार से सरकारी खरीद शुरू हो गई है, जिसके अंतर्गत पी.आर. धान, कपास और बाजरा जैसी फसलों की खरीद की जाएगी। परंतु शनिवार को दूसरे दिन भी पी.आर. धान लेकर किसान नहीं पहुंचे। सरकार सिर्फ उन्हीं किसानों की फसल खरीदेगी, जिन किसानों ने मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी फसलों का पंजीकरण किया होगा।
सोनीपत जिले में इस बार धान उत्पादक किसानों ने करीब 1 लाख हैक्टेयर भूमि में धान की बिजाई व रोपाई का काम किया है। मार्कीट कमेटी ने भी शुक्रवार को सोनीपत अनाज मंडी में हैल्प डैस्क किसानों के लिए स्थापित कर दिया है, ताकि किसानों को अपनी फसल बेचने में किसी प्रकार की कोई परेशानी न झेलनी पड़े।