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अब वादियों के मजे लेते लेते सरपट दौड़ाईए गाड़ियां! Delhi-Dehradun Expressway का यह हिस्सा वाहन चालकों के लिए खुला! 

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा अब यातायात के लिए खोल दिया गया है, और लोग इस पर फर्राटा भरते हुए अद्भुत दृश्यावलियों का आनंद ले रहे हैं। इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के इलाके को जोड़ने के उद्देश्य से किया गया है, और अब तक इसके 20 किलोमीटर हिस्से पर यात्रा संभव हो पाई है। अगर आप दिल्ली से देहरादून या आसपास के इलाकों में रहते हैं, तो यह नया एक्सप्रेसवे आपके सफर को और भी आसान बना देगा।
 
Delhi-Dehradun Expressway

Delhi-Dehradun Expressway: दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा अब यातायात के लिए खोल दिया गया है, और लोग इस पर फर्राटा भरते हुए अद्भुत दृश्यावलियों का आनंद ले रहे हैं। इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के इलाके को जोड़ने के उद्देश्य से किया गया है, और अब तक इसके 20 किलोमीटर हिस्से पर यात्रा संभव हो पाई है। अगर आप दिल्ली से देहरादून या आसपास के इलाकों में रहते हैं, तो यह नया एक्सप्रेसवे आपके सफर को और भी आसान बना देगा।

फिलहाल, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे का हिस्सा उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के गणेशपुर गांव से लेकर देहरादून के आशारोड़ी चेकपोस्ट तक खुला है। इस सेक्शन की लंबाई लगभग 20 किलोमीटर है। इस हिस्से पर गाड़ियों का आवागमन शुरू हो चुका है, जबकि दूसरी तरफ की सड़क पर अभी निर्माण कार्य जारी है। आपको यह ध्यान रखना होगा कि इस मार्ग पर फिलहाल टोल की वसूली नहीं हो रही है।

इस 20 किलोमीटर के हिस्से में लगभग 12 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड बन चुका है, जो पूरी तरह से तैयार है। यह रोड हाथियों के लिए एक वाइल्डलाइफ कॉरिडोर के रूप में काम करता है, जिससे वन्य जीव आसानी से एक जगह से दूसरी जगह जा सकते हैं। साथ ही, यहां साउंड प्रूफ की व्यवस्था भी की गई है, ताकि वाहनों की आवाज से वन्य जीवन पर कोई असर न पड़े।

एक्सप्रेसवे के इस हिस्से में दो टनल बनाई गई हैं, जो यात्रा को और भी रोमांचक बनाती हैं। यहां से गुजरते हुए आपको राजाजी नेशनल पार्क और आशारोड़ी जंगल के खूबसूरत नजारे देखने को मिलते हैं। टनल से बाहर आते ही आप डाटा काली मंदिर तक पहुंच सकते हैं, जो एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। इस जगह का सुकून और शांति यात्रियों को एक अनोखा अनुभव देती है।

बाइक चालकों के लिए यह एक्सप्रेसवे एक बेहतरीन अनुभव हो सकता है, क्योंकि यहां 80 किमी प्रति घंटा की स्पीड लिमिट तय की गई है। वहीं, कारों के लिए यह सीमा 100 किमी प्रति घंटा है। टनल में स्पीड लिमिट को 40 किमी प्रति घंटा तक रखा गया है, ताकि सुरक्षा बनी रहे।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के इस हिस्से में वन्य जीवों के आवागमन के लिए एक विशेष अंडरपास का निर्माण किया गया है, जिससे हाथी और अन्य वन्य जीवों को सड़क पार करने में कोई समस्या न हो। इस एक्सप्रेसवे के खुलने से दिल्ली से देहरादून या आसपास के क्षेत्रों तक यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा। पहले जहां यह यात्रा 6-8 घंटे लेती थी, अब वही यात्रा महज 4-5 घंटे में पूरी की जा सकेगी।