सफर होगा आसान! हरियाणा को मिली एक और नए एक्सप्रेसवे की सौगात, इतने करोड़ के बजट को मंजूरी
Haryana New Expressway : हरियाणा में नए साल के मौके पर एक महत्वपूर्ण विकास परियोजना की शुरुआत हो सकती है। जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड नेशनल हाईवे को जल्द ही वाहनों के लिए खोलने की योजना है। इस हाईवे का उद्घाटन होने से न केवल हरियाणा के निवासियों को लाभ होगा, बल्कि यह दिल्ली और पानीपत जाने वाले यात्रियों के लिए भी एक सशक्त विकल्प साबित होगा। इस हाईवे के उद्घाटन के साथ, हरियाणा की कनेक्टिविटी में एक नया मोड़ आएगा और यात्रा सुगम होगी।
जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड हाईवे
जींद से सोनीपत के बीच बनने वाला नेशनल हाईवे नंबर 352 ए का निर्माण कार्य पिछले चार सालों से चल रहा है और अब इसके पूरा होने में कुछ ही समय बाकी है। इस हाईवे की कुल लंबाई 80 किलोमीटर है, जो हरियाणा के विभिन्न प्रमुख शहरों को एक साथ जोड़ता है। NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने इस प्रोजेक्ट के लिए कुल 799 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
इस हाईवे के खुलने से होंगे लाभ
ग्रीनफील्ड हाईवे के बनने के बाद, जींद से सोनीपत और दिल्ली या पानीपत की ओर जाने वाले वाहनों को गोहाना शहर से नहीं गुजरना पड़ेगा। इसका मतलब है कि यात्री गोहाना के भीतर से होकर नहीं जाएंगे और सीधे बाईपास का रास्ता पकड़ सकेंगे। इससे गोहाना शहर में होने वाली ट्रैफिक जाम की समस्या भी कम हो जाएगी। यात्रा तेज़ और सुगम होगी। दिल्ली एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों के लिए यह रास्ता बहुत सुविधाजनक होगा। नई कनेक्टिविटी से दिल्ली और पानीपत के बीच यात्रा में आराम मिलेगा। इस हाईवे से राज्य के विभिन्न हिस्सों में यातायात और व्यापार बढ़ेगा, जो हरियाणा की अर्थव्यवस्था के लिए फायदेमंद रहेगा।
निर्माण कार्य की प्रगति
जींद-सोनीपत ग्रीनफील्ड हाईवे का निर्माण 2019 में शुरू हुआ था। इस हाईवे का निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा किया जा रहा है। अब तक इस परियोजना की 80 किलोमीटर की लंबाई का अधिकांश काम पूरा हो चुका है। अगले दो महीने में इसका शेष काम भी पूरा होने की उम्मीद है, और इसे नए साल के शुरुआत में जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
हाईवे का महत्व
अब जींद से सोनीपत, पानीपत और दिल्ली जाने वाले वाहन सीधे हाईवे का उपयोग करेंगे। इससे यात्रा में समय की बचत होगी और कम से कम रुकावट आएगी गोहाना शहर में अब वाहनों को एंट्री करने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे गोहाना शहर में यातायात दबाव कम होगा। इस हाईवे से व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों में भी वृद्धि की उम्मीद है, जिससे राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। दिल्ली एयरपोर्ट जाने के लिए यह मार्ग यात्रियों के लिए एक बेहतर और तेज़ विकल्प साबित होगा।